(Source- Anna Vital)
Tag: mind
क्यूँ ?
क्यूँ तू करता ऐसे ।
क्या मन में तेरे पाप हें ।।
क्यूँ तू डसता जैसे ।
जहरीला कोई साप हें ।।
क्या तुझे याद नहीं ।
यह तेरे ही माँ-बाप हें ।।
छोडदे तेरी यह अकड ।
जाके उनके पेर पकड ।।
माफ करेंगे ।
गले लगाऐंगे ।।
तेरे दुष्मन नहीं ।
वह तो तेरे माँ-बाप हें ।।
वक्त अभी गुजरा नहीं ।
उनके शरण में जाना
यही तेरे लिये मंत्र-जाप हें ।।
– © Shunam